भारत में सड़क पर दुर्घटनाओ की संख्या बहुत अधिक है। हालही के वर्षो में इस क्षेत्र में कुछ सुधार हुआ है। यातायात परिस्थितिओ में सड़क पर वाहनों संख्या तेजी से बढ़ने के कारण इस पर बहुत अधिक दबाव है इसलिए  सड़क सुरक्षा देश के सर्वाधिक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ मुद्दों में से एक है। 

Road safety kya hai

इसका प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति पर पड़ता है चाहे आप वाहन चलाए, पैदल चले या साईकिल पर जाए। हमें अपनी देखभाल करनी चाहिए और सड़क पर चलने वाले अन्य लोगो का आदर करना चाहिए आज हम सडक सुरक्षा के विषय पर चर्चा कर रहें है |

सड़क सुरक्षा का क्या अर्थ है ?

सड़क सुरक्षा का अर्थ है सड़कों पर चलने समय प्रत्येक व्यक्ति द्वारा अपनाई गई विधियां से है ये सुरक्षा विधिया सड़क पर दुर्घटना और चोट या घायल होने के जोखिम को करने के लिए बनाई गई है सड़क पर चलने वालों ,साइकिल सवारों और मोटार वाहन चलाने वालो, बस और ट्रक ड्राइवरों सहित सड़क का उपयोग करने वाले सभी व्यक्तिओ को इन नियमो का पालन करना चाहिए। सुरक्षा विधिया निर्माण, सड़कों रूपरेखा और यातायात विनियमन प्रणालियों से भी संबंधित है।
1. सड़कों और राजमार्गो की डिज़ाइन
2. यातायात और वाहनों से संबधित कानून
3. यातायात सुरक्षा और नियंत्रण की प्रणालियाँ
4. वाहन डिज़ाइन
5. सड़क की सुरक्षा के बारे में स्कुल के छात्रों की शिक्षा
6.  ड्राईवर की शिक्षा
7. मोटर वाहन सुरक्षा निरीक्षण और रखरखाव

वास्तव में हमारी सड़को को सुरक्षित रखना बहुत कठिन नहीं है। कल्पना करे की सभी लोग सरल सुरक्षा उपायों और यातायात नियमो का पालन करते है। इस स्थिति में कोई दुर्धटना नहीं होगी। इस इकाई में हम सड़को पर अपनाए जाने वाले विभिन्न सुरक्षा को समझ का विकास करेंगे। आप देश में सुरक्षा नियमो का महत्व, सड़क के संकेत यातायात के सिगनल और नियमो, गाड़ी चलाने के नियमो, पंजीकार और लाइसेंसिंग को समझ सकेंगे।

सड़क सुरक्षा:-
सड़क दुर्धटनाओ के निम्नलिखित प्रमुख करणों को अनेक अध्ययनों में दर्शाया गया है जो इस प्रकार है।
1. राजमार्ग पर सुरक्षा
2. नशे की हालत में गाड़ी चलना
3. नींद में गाडी चलना
4. जब ड्रायव्हींग करते समय मोबाईल का इस्तेमाल करना
5. ओवर स्पीड / तेज ड्राइविंग करना
6. गलत लें में गाड़ी चलना
7. सिगनल दिए बिना टर्न करना
8. गलत दिशा से ओवरटेकिंग करना
यह देखा जा सकता है कि सड़क पर सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है। इसलिए हम में से प्रत्येक को आवश्यक कदम उठाने चाहिए।

सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ द्वारा प्रशासित महत्वपूर्ण योजनाए:

1. प्रचार कार्यक्रम
2. सड़क सुरक्षा कार्यक्रमों के आयोजन के लिए स्वैच्छिक संगठनों की अनुदान सहायता
3. राष्ट्रीय राजमार्ग दुर्घटना राहत सेवा योजना
4. मॉडल ड्रायव्हींग प्रशिक्षण स्कुल की स्थापना
5. सरकार एम. ओ. आर. टी. एच. के अंदर बड़े पैगाने पर सड़क सुरक्षा विकास कार्यक्रम, सरकार विश्व  बैंक, एशियाई विकास बैंक के तहत सडको पर सुरक्षा के सुधार हेतु नजदीकी से कार्य करती है।

रोड सुरक्षा के उपकरण:-

टू व्हीलर हेलमेट मोटर साइकल और स्कूटर चलाने वालो के लिए सर पर पहना जाने वाला सुरक्षात्मक साधन है। टू व्हीलर हेलमेट का प्राथमिक लक्ष्य वाहन चालक को सुरक्षा देते हुए उसके सिर को चोट से सुरक्षित रखते हुए सिर की चोट या उसके जीवन की सुरक्षा करता है।

हमारे शरीर के सभी अंगो में से हृदय और मस्तिक सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। जब किसी टू व्हीलर वाहन की दुर्धटना होती है तो मस्तिक को सबसे अधिक चोट लगने की संभावना होती है। केवल मस्तिक ऐसा अंग है जो सबसे अधिक प्रभावित हो सकता है। मस्तिक की चोट का कारण खोपड़ी की हड्डी टूटना अपने स्थान से हिल जाना, मस्तिक से खून का बहाव हो सकते है जिनके परिणामस्वरूप मौत हो सकती है।

इसके बावजूद यदि मस्तिक का कोई भाग चोट ग्रस्त होता है तो आवाज समाप्त हो जाने या मोटर कौशलों के समाप्त हो जाने का खातरा होता है। मस्तिक की सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य है। और अधिक नुकसान होने से बचाया जा सकता है।

सुरक्षा और चोरी से बचाने की युक्तिया :-

चोरी से बचाने के लिए मुलत : तीन प्रकार की युक्तियाँ होती है :-
1. लॉकिंग डिवाइन
2. डीसेब्लिंग डिवाइन
3. आलार्म सिस्टिम

सड़क पर सुरक्षा सुझाव:-

सड़क पर सुरक्षा नागरिको और सरकारी अधिकारी सहित समाज के सभी वर्गो की और से किए जाने वाले प्रयासों के योगदान का परिणाम है। मानवीय कष्ट के अलावा सड़क को चोटों की अनुमानित लागत प्रती वर्ष सकल राष्ट्र उत्पादकता में एक उल्लेखनीय राशी है। अंत इस दिशा में कुछ सुझाव उपयोगी हो सकते है। कुछ महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा सुझाव निचे दिए गए है:
1. गाड़ी चलाते समय अपने मोबाईल फोन का उपयोग न करे
2. पीछे की सीट पर भी बेल्ट का उपयोग करे
3. शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाए
4. हमेशा गति की सिमाँ का पालन करे
5. बच्चो, वरिष्ठों नागरिको और पैदल चलने वाले लोगो के बारे में विशेष ध्यान रखे।
6. यदि थके हो तो गाड़ी नहीं चलाए,
7. अपनी दुरी बनाए रखे और हमेशा हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करे। 

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