कम्प्यूटरों की पीढ़ियों (Generation of Computer in Hindi) : कंप्यूटर क्या है
और कंप्यूटर कितने प्रकार (Types of Computer) के होते है? इसके बारे में हमने पहले भी लिखा है चलिए आपको शोर्ट में
बता दे की कम्प्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रानिक मशीन (Device) है, जो प्राप्त सूचनाओं (information) को दिए गए निर्देशों (Command) के अनुसार
विश्लेष्ण (Analyzing) करके बहुत कम समय
में सत्य एवं विश्वसनीय परिणाम दिखाती है और कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति कम्प्यूट
(Compute) शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है
गणना करना होता है ।
आज हम यहाँ कंप्यूटर की पीढ़िया यानि की Types of Computer Generations के बारें में
विस्तार से जानेंगे तो आइये शुरू करते है की कंप्यूटर की विभिन्न पीढ़िया कौन-कौन
सी है |
कम्प्यूटरों की
विभिन्न पीढ़ियों कौनसी है?
(Types of Computers Generations)
1946 में प्रथम
इलेक्ट्रानिक डिवाईस Vacuum
Tube युक्त एनियक कम्प्यूटर की शुरुआत ने कम्प्यूटर के विकास को एक आधार प्रदान
किया । कम्प्यूटर के विकास के इस क्रम में कई महत्त्वपूर्ण डिवाईसेज की सहायता से
कम्प्यूटर ने आज तक की यात्रा तय की । इस विकास के क्रम को हम कम्प्यूटर में हुए
मुख्य परिवर्तन के आधार निम्नलिखित पाँच पीढ़ियों में बाँटते हैः-
कंप्यूटर की
पीढ़िया (Computer
Generation)
प्रथम पीढ़ी (First Generation)
सन् 1946 में एकर्ट और
मुचली के एनिएक (ENIAC) नामक कम्प्यूटर
के निर्माण से कम्प्यूटर की प्रथम पीढ़ी प्रारम्भ हो गया । इस पीढ़ी के
कम्प्यूटरों में Vacuum
Tube का प्रयोग किया जाता था जिसका आविष्कार सन् 1904 में किया गया । इस पीढ़ी में ENIAC के आलावा और भी
कई अन्य कम्प्यूटरों का निर्माण हुआ जिसके नाम एडसैक, एडवैक, यूनिवेक, एवं यूनिवैक-1 ।
प्रथम पीढ़ी के
कम्प्यूटरों के निम्नलिखित मुख्य लक्षण थेः-
1.
Vacuum Tube का प्रयोग ।
2. पंचकार्ड पर
आधारित ।
3. Storage के लिए Magnetic Drum का प्रयोग ।
4.
बहुत ही नाजुक और कम विश्वनीय ।
5.
बहुत सारे Air Condenser का प्रयोग ।
6. Machine Language तथा Assembly Language में प्रोग्रामिंग
।
दूसरी पीढ़ी (Second Generation)
कम्प्यूटरों की
द्वितीय पीढ़ी की शुआत कम्प्यूटरों में ट्रांजिस्टर का उपयोग किये जाने से हुई । William Shockley ने ट्रांजिस्टर
का आविष्कार सन् 1947 में किया था ।
जिसका उपयोग द्वितीय पीढ़ी के कम्प्यूटरों में Vacuum Tube के स्थान पर किया जाने
लगा । ट्रांजिस्टर के उपयोग ने कम्प्यूटरों को Vacuum Tube से अपेक्षाकृत अधिक गति
एवं विश्वनीयता प्रदान की ।
दूसरी पीढ़ी के
कम्प्यूटरों के मुख्य लक्षण
1. Vacuum Tube के बदले
ट्रॉजिस्टर का उपयोग ।
2. अपेक्षाकृत छोटे
एवं ऊर्जा की कम खपत ।
3. अधिक तेज एवं
विश्वसनीय ।
4. प्रथम पीढ़ी की
अपेक्षा कम खर्चीले ।
5. COBOL एवं FORTRAN जैसी उच्चस्तरीय
प्रोग्रामिंग भाषाओं का विकास ।
6. Storage Device, Printer एवं Operating System का प्रयोग ।
तृतीय पीढ़ी (Third Generation)
कम्प्यूटरों की
तृतीय पीढ़ी की शुरुआत सन् 1964 में हुई । इस पीढ़ी ने कम्प्यूटरों को I.C. (Integrated Circuit) प्रदान किया । Integrated Circuit का आविष्कार
टेक्सास इन्स्टूमेन्ट कंपनी के एक इंजीनियर Jack Kelby ने किया था । इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में ICL 2903, ICL 1900, UNIAC 1108 प्रमुख थे ।
तृतीय पीढ़ी के
कम्प्यूटरों के मुख्य लक्षण
1. Integrated Circuit का प्रयोग ।
2. प्रथम एवं
द्वितीय पीढ़ी की अपेक्षा आकार एवं वजन बहुत कम ।
3. अधिक विश्वनीय ।
4. पोर्टेबल एवं
आसान रख-रखाव ।
5. उच्चस्तरीय
भाषाओं का बड़े पैमाने पर प्रयोग ।
चौथी पीढ़ी (Forth Generation)
सन् 1971 से सन् 2000 तक के
कम्प्यूटरों को चतुर्थ पीढ़ी के कम्प्यूटरों को श्रेणी में रखा गया है । इस पीढ़ी
में Integrated Circuit को अधिक विकसित
किया गया है । जिसे Very
Large Scale Integrated Circuit कहा जाता है । ALTAIR 8800 सबसे पहला माईक्रो कम्प्यूटर जिसे मिट्स नामक
कंपनी ने बनाया था । इसी कम्प्यूटर पर Bill Gates ने Basic Language को स्थापित किया था । इस सफल प्रयास के बाद बिल
गेट्स ने माईक्रोसॉफ्ट कंपनी की स्थापना की, जो दुनिया में सॉफ्टवेयर की सबसे बड़ी कंपनी है । इसी पीढ़ी
में Macintosh ने Apple Computer और Mac OS को बाजार में
उतारा ।
चौथी पीढ़ी के
कम्प्यूटरों के मुख्य लक्षण
1. Very Large Scale Integrated
Circuit तकनीकी का प्रयोग किया गया ।
2. आकार में काफी
छोटा ।
3. साधारण आदमी की
क्रय क्षमता के अन्दर ।
4. अधिक प्रभावशाली, विश्वनीय एवं
गतिशील कम्प्यूटरों का प्रयोग ।
5. अधिक मेमोरी
क्षमता ।
6. कम्प्यूटरों के
विभिन्न नेटर्वक का विकास ।
पाँचवी पीढ़ी (Fifth Generation)
कम्प्यूटरों की
पाँचवी पीढ़ी में वर्तमान के शक्तिशाली एवं उच्च कम्प्यूटरों को शामिल किया गया है
। इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में कम्प्यूटर वैज्ञानिक कृत्रिम बुद्दिमता (Artificial intelligence) को शामिल करने की
कोशिश जारी है । आज के कम्प्यूटर इतना शक्तिशाली है कि वे हर क्षेत्र जैसे कि Accounting, Engineering, Medical,
Building Structure, Space, And Education आदि में उपयोग किये जा
रहे है ।
Intel Corporation ने आज के पीढ़ी
के कम्प्यूटरों के लिए नये-नये प्रोसेसरों की आविष्कार किये जा रहे है जिससे पहले
के कम्प्यूटर की तुलना में आज के कम्प्यूटर बहुत तेज और शक्तिशाली हो गये है । Intel Corporation के नये processor का नाम Pentium Series, Dual Core, Core
i3-i5-i7, titanium आदि है । इस पीढ़ी में नये-नये गैजेटों का आविष्कार हुआ है
जैसे कि Mobile, Tablet,
Smart phone, Laptop, and Touch Device आदि । नये Integrated Circuit,जैसे Very Large Scale Integrated Circuit का विकसित रुप Ultra Very Large Scale Integrated
Circuit है ।
पाँचवी पीढ़ी के
कम्प्यूटरों के मुख्य लक्षण
1. इस पीढ़ी में
प्रयोगकर्ता की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कम्प्यूटर की आकार, सरंचना और क्षमता
को निधार्रित किया गया है । आज विभिन्न मॉडलों जैसे - Desktop, Laptop, Palmtop आदि में
कम्प्यूटर उपलब्ध है ।
2. इन्टरनेट - यह
कम्प्यूटर का एक अंतराष्ट्रीय नेटर्वक है । दुनिया-भऱ के कम्प्यूटर नेटवर्क
इन्टरनेट से जुड़े होते है और इस तरह हम कही से भी, घर बैठे- अपने स्वास्थ्य, चिकित्सा, विज्ञान, कला एवं संस्कृति
आदि लगभग सभी विषयों पर विविध सामाग्री इन्टरनेट पर प्राप्त कर सकते है ।
3. मल्टीमीडिया में
संगीत, चलचित्र, टेलीविजन आदि
क्षेत्र में कम्प्यूटरों का बहुत उपयोग होने लगा है ।
हम आशा करते है
की आपको कंप्यूटर की विभिन्न पीढियों (Generation of
Computer in Hindi) के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त हुई होगी यदि
आपको वाकई में Types of
Computer Generation in Hindi पोस्ट पसंद आया हो तो हमें अन्य पोस्ट के साथ
फॉलो कर सकते है जिसमे आपको कंप्यूटर से संबंधित अन्य जानकरी विस्तार से मिलेगी |
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