संगमरमर (Marble) एक प्रकार का पत्थर है, जो कई रंगों में मिलता है सफेद रंग के संगमरमर का प्रयोग प्राचीन काल से इमारतों के निर्माण कार्य में होता रहा है ग्रीक (Greek) और ईजिप्त (Egypt) के लोग इस पत्थर को मन्दिरों के निर्माण में प्रयोग करते थे |


sangmarmar ka nirman kaise hota hai

आगरे का ताजमहल भी सफेद संगमरमर का बना हुआ है संगमरमर पर सर्दी, गर्मी, वर्षा का कोई असर नहीं पड़ता यह देखने में बहुत सुन्दर लगता है इसे किसी भी शक्ल में करने में अधिक परेशानी नहीं होती यह गुलाबी, लाल और पीले रंगो में मिलता है इन्हीं सब गुणों के कारण संगमरमर का इमारतों और मूर्तियों के निर्माण में प्रयोग किया जाता है


चट्टानों का निर्माण कैसे होता है?

ये संगमरमर की चट्टानें होती हैं  इन चट्टानों का जन्म चुना पत्थर से होता है धरती के गर्भ में विशाल गर्मी और दबाव के कारण चुना पत्थर (Lime Stone) ही संगमरमर की चट्टानों के रूप से परिवर्तित हो जाता है यदि संगमरमर के टुकड़े का रासायनिक विश्लेषण लिया जाए तो इनमें कैल्सियम कार्बोनेट ही अधिक मात्रा में मिलेगा कई प्रकार के संगमरमरों में तो 99 प्रतिशत तक कैल्सियम कार्बोनेट होता है रंगीन संगमरमर में एल्युमिनियम और मैग्नीशियम (Aluminum & Magnesium) के यौगिक भी होते हैं, जिनके कारण यह रंगीन हो जाता है

संगमरमर को इसकी चट्टानों से मशीनों द्धारा काटकर निकाला जाता है इसके बड़े-बड़े टुकड़ों को बर्कशाप में लाया जाता है वहां पर इसे अनेक प्रकारके टुकड़ों में काट लिया जाता है चट्टानों से प्राप्त संगमरमर खुरदरा होता है विशेष मशीन द्धारा इन टुकड़ों को चिकना करने के लिए इन टुकड़ों पर पालिश की जाती है इसके बाद संगमरमर प्रयोग में लाने के योग्य हो जाता है


संसार में सबसे अधिक संगमरमर इटली में मिलता है आजकल 100,000 टन संगमरमर हर वर्ष इटली में निकाला जाता है पहले तो इटली में इससे भी अधिक संगमरमर का उत्पादन होता था जबलपुर (भारत) में भेड़ाघाट एक स्थान है, जहां संगमरमर कि ऊंची चट्टानें हैं |

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