जानिए कंक्रीट और सीमेंट में मुख्य क्या अंतर होता है?
अक्सर जब लोग सीमेंट की दीवार या सीमेंट की सड़क कहते हैं, तब उनका आशय कंक्रीट से होता है. कंक्रीट और सीमेंट दोनों ही इमारती सामग्रियाँ हैं, पर दोनों एक ही चीज नहीं हैं. सीमेंट उस मिश्रण का एक हिस्सा है, जिसे कंक्रीट कहते हैं. सीमेंट को चूने और सिलिका से बनाया जाता है. सीमेंट में ये दोनों चीजें करीब 85 फीसदी होती हैं. इसके अलावा उसमें कैल्शियम, आयरन, अल्युमिनियम और कुछ दूसरी चीजें भी हो सकती हैं |

difference-between-cement-and-concrete

बड़ी भट्ठियों में इस मिश्रण को तेज तापमान (करीब 2,700 से 3,000 डिग्री फैरेनहाइट) पर मिलाया जाता है. इसके बाद जो चीज बनती है उसे क्लिंकर कहते हैं. क्लिंकर छोटी गोलियों की शक्ल में होता है. इन गोलियों को पीसकर पाउडर बनाया जाता है और इसमें जिप्सम मिलाया जाता है. यह होता है सीमेंट. सीमेंट में जब पानी मिलाया जाता है तो रासायनिक क्रिया होती है और सूखने के बाद यह पेस्ट कड़ा हो जाता है. वस्तुतः सीमेंट चीजों को जोड़ने का काम करता है

सीमेंट भी दो प्रकार का होता है. एक, हाइड्रॉलिक और दूसरा, नॉन-हाइड्रॉलिक. हाइड्रॉलिक सीमेंट पानी की मदद से कड़ा होता है. यह कड़ा होता जाता है और अंत में इसपर पानी का असर बंद हो जाता है. ऐसा सीमेंट उन जगहों के लिए उपयोगी होता है, जहाँ पानी काफी हो. नॉन-हाइड्रॉलिक सीमेंट पानी मिलाने पर कड़ा नहीं होता. आमतौर पर प्रचलत सीमेंट को पोर्टलैंड या ऑर्डिनरी पोर्टलैंड सीमेंट कहते हैं. यह इमारतों के निर्माण के काम में आने वाला हाइड्रॉलिक सीमेंट है. इसे 18वीं सदी में ब्रिटेन के जोसफ एस्पडीन ने बनाया था

इस श्रेणी के सीमेंट की भी कई किस्में होती हैं कंक्रीट में सीमेंट, पानी और कुछ दूसरी चीजों जैसी रोड़ी-बजरी, रेत और पत्थरों का मिश्रण होता है. इनकी मात्रा जरूरत के हिसाब से कम या ज्यादा होती है. निरंतर कठोर बने रहने की क्षमता के कारण कंक्रीट दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल में आने वाली निमार्ण सामग्री है

कोई टिप्पणी नहीं:

Blogger द्वारा संचालित.