अगर आप अपने जीवन में सफल होना चाहते है? और अपने करियर को अच्छा बनाना चाहते है| तो इसके लिए आपको मेहनत करनी होगी, तभी आप एक सफल व्यक्ति बन पायेंगें| और इसके लिए आपको आज का टेक्निकल ज्ञान सीखना होगा जैसे: कंप्यूटर कोर्स, और अंग्रेजी बोलने आना चाहिए| तभी आप अपने सफलता को प्राप्त कर पायेंगें| आप किसी भी देश में रहते हो, कोई फर्क नही पड़ता आपको कंप्यूटर और अंग्रेजी बोलने तो आना ही चाहिए |

English kese sikhe

आज बहुत से एसे व्यक्ति है जो अपने हाथ में अपने पढाई की डिग्री लिए और नौकरी पाने के लिए बहुत परेशान है| अगर आप भी सोचते है कि सिर्फ अपनी पढाई की डिग्री से नौकरी पा लेंगें तो आप बहुत बड़ी गलत फैमि में है क्योंकि दुनिया अब बदल गई है, आदमी से ज्यादा काम तो अब मशीन करती है| फिर आदमी को नौकरी कहाँ से मिलेगा| लेकिन परेशान न होए अभी भी बहुत से नौकरी आपके लिए मौजूद है, लेकिन इस नौकरी को पाने के लिए आपको अपने पढ़ाई के साथ-साथ आपको टेक्निकल ज्ञान और कम्पटीशन की भी तैयारी करनी होगी, क्योंकि आप देख ही रहे है आज हर काम में कम्पटीशन चल रहा है

भारत की मात्र भाषा हिंदी है लेकिन अंग्रेजी भी दुसरे नंबर पर है, इसलिए अंग्रेजी भी आपको उसी तरह आना चाहिए जैसेः आप हिंदी बोलते है| अंग्रेजी की लिपि रोमन है, और हिंदी की लिपि देवनागरी है| अंग्रेजी में “A” से “Z” तक कुल 26 अक्षर होते है, जबकि हिंदी में से तक 46 वर्ण होते है | और पुरे हिंदी वर्णमाला में 52 अक्षर होते है|लेकिन क्या कुछ ही दिनों में अंग्रेजी बोलना सीखा जा सकता है? नहीं एसा बिलकुल नहीं है! अपनी मात्र भाषा से अलग कोई भी भाषा सीखने में समय लगता है,कितना समय लगेगा यह कहना मुस्किल है यह तो व्यक्ति पर निर्भर करता है की वह किस तरह सीख रहा है

कुछ लोग तो 6 महीने और 1 वर्ष में अच्छी अंग्रेजी बोलना सीख पाते है| क्योंकि किसी भी भाषा को सीखने में जो एक चीज सबसे महत्त्वपूर्ण होती है वो है हमारा environment, हमारा माहौल. आखिर हम अपनी मात्र-भाषा छोटी सी ही उम्र में कैसे बोलने लगते हैं क्योंकि हम ऐसे माहौल में रहते हैं जहाँ वही भाषा बोली , पढ़ी, और सुनी जाती है| इसी तरह अंग्रेजी बोलना सीखना है तो environment पर निर्भर करता है, यदि आप पहले से ही एसे environment में रहते है जहाँ अंग्रेजी बोली जाती है तो आप को अंग्रेजी सीखने में 35% मदद मिलेगी

English Bolna, Likhna और Padna कैसे सीखे?

इंग्लिश पढ़ने, लिखने और बोलने के सबसे पहला स्टेप यहाँ पर इस लेख में सीखेंगे
1) ग्रामर के बारे में बिलकुल न सोचे
Grammar पर ध्यान ना देने वाला बात वैसे सुनाने में तो बड़ा ही अजीब लगता है पर यह सही है। यह Spoken English सिखने का पहला Step है। अगर आप Student हैं और English में आपको Exam देना है तो आपको Grammar पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है पर अगर आपको English बोलना है तो Grammar की जरूरत नहीं है English में बोलते समय Grammar पर ध्यान देने से आप Confuse हो जायेंगे और उसके कारण आपका अंग्रेजी में बात करना Slow हो जायेगा। आपका ध्यान Grammar के नियमों पर होने के कारण आप बोलते समय घबराने लगेंगे जिसके कारन आप Fluent English नहीं बोल पाएंगे।।

2) लोग क्या सोचेंगे
बहुत से लोग इस बात से डर के या शर्म की वजह से दूसरों के साथ इसलिए इंग्लिश मे बात नहीं करते क्योकि उन्हे लगता है की अगर उन्होने कोई लाइन गलत बोल दी या grammar का सही से use नहीं किया या कोई गलत word बोल दिया तो लोग उनका मज़ाक उड़ाएंगे। लेकिन असली मे ऐसा होता नहीं है। हर किसी के मन मे अपने लिए insecurity की भावना रहती है इसलिए ये सोचना बंद कर दे। जो आता है उसे खुलकर बोले।

3) Don’t think about vocabulary वोकेबुलरी की न सोचे
सामान्य रूप से इंग्लिश मे बातचीत करने के लिए 1000 से 1500 words की जरूरत होती है बाकी धीरे धीरे experience के साथ आते रहते है। इसलिए बेवजह words को रटने की आदत छोड़े। हाँ अगर आप किसी competitive exam की  तैयारी कर रहे है तो अलग बात है। इसमे आपको vocabulary की जरूरत पड़ती है लेकिन अगर आपका motive इंग्लिश बोलना (English speaking) है तो इस पर  ध्यान न दे।

4) Movie, serials, commentary or magazine देखे और पढ़े
किसी भी चीज को सीखने के लिए सबसे जरूरी चीज की जरूरत होती है तो वो है एक अच्छा माहौल। कई लोग इस बात का भी रोना रोते है की उन्हे अँग्रेजी भाषा को सीखने का माहौल नहीं मिल पाया। अगर माहौल नहीं मिल पाया तो वो आपकी किस्मत है लेकिन उस माहौल को बनाने की कोशिश न करना आपकी बेवकूफी है। अगर आपको क्रिकेट या कोई ओर स्पोर्ट्स पसंद है तो उसकी commentary इंग्लिश मे जरूर सुनिए। इसी को माहौल कहते है जो आपको खुद बनाना होगा। हो सकता है starting मे थोड़ा बोर लगे लेकिन बीच मे न छोड़े। 2-3 महीनो तक लगातार करें। progress आप खुद देख सकेंगे।

5) talk, talk and talk जितना हो सके इंग्लिश में बात करें
जितना हो सके इंग्लिश मे बात करे। अगर आपको शर्म महसूस होती है तो आप उनसे भी बात कर सकते है जिन्हे बिलकुल इंग्लिश नहीं आती। इस से आप कोई शर्म भी महसूस नहीं करेंगे क्योकि जो आप बोल रहे है उसे वैसे भी कुछ समझ आने वाला नहीं है। उसे लगेगा की आप फराटेदार इंग्लिश बोल रहे है। इससे आप की प्रैक्टिस भी हो जायगी, झिजक भी निकल जायगी और confidence भी बड़ेगा। साथ ही उन लोगो से थोड़ी दूरी बनाए जो आपको demotivate करते है।

6) Don’t Be Afraid to Make Mistakes गलत करने से न डरे
अगर आपको लगता है की बोलते समय आपसे गलतियाँ हो रही है तो इससे घबराए नहीं। अगर आपसे गलतियाँ नहीं हुई तो इसका मतलब है की आपने कुछ सीखा ही नहीं। इसलिए अंगेजी मे बातचीत करते वक्त यह मत सोचे की आपने सही tense का use किया है या नहीं, word गलत तो नहीं बोल दिया etc etc. ये सब चीजे टाइम के साथ अपने आप सुधर जायगी।

7) English सिखने के साथ-साथ बोलने का अभ्यास करें
पढना, सुनना, और बोलना किसी भी भाषा को सिखने के लिए बहुत आवश्यक है लेकिन अगर आपको मक्खन के जैसे अंग्रेजी बोलना सीखना है तो Speaking पर सबसे ज्यादा ध्यान देना होगा। जिस प्रकार बच्चे पहले बोलना सीखते हैं उसके बाद पढना और आखरी में लिखना उसी प्रकार English बोलना सिखने के लिए भी यह क्रम अनुसार होना बहुत आवश्यक है सुनना < बोलना < पढना < लिखना पहले मुश्किल की बात तो यह है की स्कूलों में पहले पढना < लिखना < सुनना < बोलना सिखाया जाता है जिसकी वजह से English बोलने में मुश्किल होती है।

दूसरी मुश्किल की बात यह है कि बहुत सारे लोग पढ़ते भी हैं और सुनते भी हैं पर बोलने की Practice नहीं करते। इसलिए जितना हो सके School, Office और यहाँ तक की घर में भी English में बात करने की कोशिश करें। इससे English बोलने के लिए Confidence और Motivation और अंत मे एक बात हमेशा याद रखे। संयम की बिना साधना संभव नहीं है। किसी भी काम को सीखने मे कुछ समय तो लगता है। इसलिए लगातार 5-6 महीने English बोलने की कोशिश करे इसके बाद English speaking आपके routine का automatic पार्ट बन जायगी।

जब आपको यह अच्छी तरह लिखना आ जाए और याद हो जाए तब सिंगल लाइन वाले कॉपी पर अभ्यास करें और आप जितना अभ्यास करेंगे उतना ही English बोलने में परिपक्त होंगे

कोई टिप्पणी नहीं:

Blogger द्वारा संचालित.