मनुष्य प्राचीन काल से ही यह जानने के प्रयास करता रहा है
कि पृथ्वी का जन्म कब हुआ और इसकी आयु कितनी है? यह एक ऐसा प्रश्न है, जिसका शायद कभी सही उत्तर दिया न जा सके लगभग 400 वर्ष पहले जब मनुष्य को यह पता चला कि पृथ्वी
सौर परिवार (Solar System) का एक ग्रह (Planet)
है और वह सूर्य का चक्कर लगाती है, तभी से उसने पृथ्वी कि उम्र जानने के लिए
वैज्ञानिक तकनीकों को प्रयोग में लाना शुरू किया |
पृथ्वी का जन्म कब और कैसे हुआ?
आज के वैज्ञानिक कई तरीकों से पृथ्वी कि उम्र कि गणना करते
हैं इनमें सबसे सरल तरीका रेडियो एक्टीविटी (Radio Activity) का हैं इस तरीकें में पुरानी चट्टानों के नमूने
लिए जाते हैं और उनमें युरेनियम (Uranium) और सीसा (Lead) धातु कि मात्रा
ज्ञात कि जाती है
युरेनियम एक एक्टिव रेडियो पदार्थ है, जिसमे से कुछ रेडियो किरणें बहार निकलती रहती
हैं रेडियो किरणों के निकलने के कारण युरेनियम अंत में सीसा धातु में बदल जाता है
युरेनियम-238 के आइसोटोप (Isotope)
कि आधी मात्रा 4 अरब 50 करोड़ वर्ष में
सीसा-208 में बदल जाता है इस समय
को युरेनियम कि अधविस्था (Half-Life) कहते हैं पुरानी चट्टानों में युरेनियम और सीसा कि उपस्थिति मात्राओं के आधार
पर वैज्ञानिकों ने पृथ्वी कि उम्र कि गणना कि है कुछ संशोधनों के बाद पृथ्वी कि
सही-सही उम्र 4 अरब 60 करोड़ वर्ष निकली गई है यह उम्र ब्रहमांड (Universe)
कि उम्र से बहुत कम है
वैज्ञानिकों ने यह भी पता लगा लिया है कि लगभग 57 करोड़ वर्ष पूर्ब धरती पर जीवन शुरू हुआ था पहले
34 करोड़ 50 लाख वर्षों में समुंद्री जीवों का विकास हुआ,
उसके बाद 16 करोड़ वर्षों में रेंगने वाले जीवों का विकास होता रहा और
बाद के 6 करोड़ 50 लाख वर्षों में स्तनधारी जीवों का विकास हुआ
मनुष्य का विकास धरती पर पिछले दस लाख वर्षों से ही हुआ है लेकिन मनुष्य के विषय
में हमारी जानकारी केवल सात-आठ हज़ार वर्ष पुरानी ही है |
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