रेशम का आविष्कार कब और कैसे हुआ?

रेशम प्राकृतिक प्रोटीन से बना रेशा है यह प्रोटीन रेशों में मुख्यतः fibroin होता है | ये रेशे कुछ कीड़ों के लार्वा द्वारा बनाए जाते हैं | सबसे उत्तम रेशम शहतूत के पत्तों पर पलने वाले कीड़ों के लार्वा द्वारा बनाया जाता है | moth caterpillars रेशम का आविष्कार चीन में ईसा से 3500 साल पहले हो गया था | इसका श्रेय चीन की महारानी लीज़ू को दिया जाता है | प्राचीन मिस्र की ममियों में और प्राचीन भारत की ऐतिहासिक धरोहरों में भी रेशम मिलता है रेशम कला या सेरीकल्चर को चीनी महारानी ने छिपाने की कोशिश की, पर पहले कोरिया और फिर यह कला भारत पहुँची |

रेशम एक प्रकार का महीन चमकीला और दृढ़ तंतु या रेशा जिससे कपड़े बुने जाते हैं यह तंतु कोश में रहनेवाले एक प्रकार के कीड़े तैयार करते हैं | रेशम के कीड़े कई तरह के होते हैं | अंडा फूटने पर ये बड़े पिल्लू के आकार में होते हैं और रेंगते हैं | इस अवस्था में ये पत्तियाँ बहुत खाते हैं | शहतूत की पत्ती इनका सबसे अच्छा भोजन है ये पिल्लू बढ़कर एक प्रकार का कोश बनाकर उसके भीतर हो जाते हैं | उस समय इन्हें 'कोया' कहते हैं |

कोश के भीतर ही यह कीड़ा वह तंतु निकालता है, जिसे रेशम कहते हैं | कोश के भीतर रहने की अवधि जब पूरी हो जाती है, तब कीड़ा रेशम को काटता हुआ निकलकर उड़ जाता है | इससे कीड़े पालने वाले निकलने के पहले ही कोयों को गरम पानी में डालकर कीड़ों को मार डालते हैं और तब ऊपर का रेशम निकालते हैं

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