दुनिया का सबसे महँगा पदार्थ एंटीमैटर है, बशर्ते उसे हम हासिल कर सकें | एंटीमैटर पदार्थ के प्रतिकणों से बना होता है | मसलन पॉज़िट्रॉन, प्रति प्रोट्रॉन, प्रति न्यूट्रॉन वगैरह आपको हैरानी होगी कि एक ग्राम एंटी मैटर से 100 छोटे-छोटे देशों को खरीदा जा सकता है |

इसकी खोज बीसवीं सदी के पूर्वार्ध में हुई थी | एक अनुमान है कि एक ग्राम एंटीमैटर की कीमत 31 लाख 25 हजार करोड़ रुपये के आसपास होगी | एक मिलीग्राम एंटीमैटर बनाने में तकरीबन 160 करोड़ रुपये लगते हैं | जहाँ यह बनता है, वहाँ सुरक्षा का मजबूत घेरा होता है | नासा में जहाँ इसका निर्माण होता है, बहुत कम लोगों को जाने की इजाजत होती है |

एंटीमैटर का इस्तेमाल दूसरे ग्रहों में जाने वाले वाहनों के ईँधन के रूप में हो सकता है | हालांकि पृथ्वी पर एंटीमैटर की आवश्यकता नहीं होती, पर वैज्ञानिकों ने बहुत थोड़ी मात्रा में एंटीमैटर का निर्माण किया है | प्राकृतिक रूप से पृथ्वी पर यह अंतरिक्ष तरंगों के साथ वातावरण में आ जाने से या रेडियोधर्मी पदार्थ के ब्रेकडाउन से अस्तित्व में आता है |

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