जन गण मन भारत का राष्ट्रीय गान है इस कविता की रचना रविंद्र नाथ टैगोर ने की
थी जिन्हें गुरु रविंद्र नाथ टैगोर के नाम से भी जाना जाता है। क्या आपको पता है
कि इन्हीं रविंद्र नाथ टैगोर के द्वारा लिखी गई एक और अन्य कविता “आमार सोनार बांग्ला” बांग्लादेश का
राष्ट्रगान है।
“जन गण मन” की रचना गुरु रविंद्र नाथ टैगोर ने 11 दिसंबर 1911 को की थी। रविंद्र नाथ टैगोर दुनिया में शायद एक ऐसे इकलौते कवि हैं
जिन्होंने दो अलग-अलग देशों का राष्ट्रगान लिखा है उन्होंने कोलकाता में होने वाले
विशेष समारोह के लिए इसकी रचना की थी और यह विशेष समारोह था कांग्रेस का कोलकाता
अधिवेशन।
कांग्रेस के इसी विशेष कोलकाता अधिवेशन में जन गण मन पहली बार 28 दिसंबर 1911 को गाया गया था। अब आपने इस सवाल का जवाब जान लिया कि जन गण मन किसने लिखा था?
कांग्रेस के इसी विशेष कोलकाता अधिवेशन में जन गण मन पहली बार 28 दिसंबर 1911 को गाया गया था। अब आपने इस सवाल का जवाब जान लिया कि जन गण मन किसने लिखा था?
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