EPF व EPS का क्या मतलब है इसका full form क्या होता है, EPF का महत्त्व क्या है, ईपीएफ की आवश्यकता क्यों पड़ती है EPF व EPS क्या है और कब कैसे काटा जाता है तथा
इसके लाभ क्या है आज की इस पोस्ट में हम EPF की full form और इसके हिंदी अर्थ (Hindi meaning) के बारे में विस्तार से जानेंगे तो चलिए शुरू करते है इपीएफ EPF की जानकारी और फुल फॉर्म हिंदी में क्या है |
EPF - EPS full form in Hindi – इपीएफ क्या होता है?
EPF का फुल फॉर्म “Employees Provident Fund” है और EPS का फुल फॉर्म “Employees’
Pension Scheme” है यह एक प्रकार का निवेश होता है जो कि
कर्मचारी के द्वारा प्रत्येक महीने में जमा किया जाता है इसका मुख्यालय दिल्ली में
स्थित है इसका उपयोग कर्मचारी भविष्य में भी कर सकता है इसके आलवा कुछ पैसे पेंशन
ओर बीमा के रूप में भी दिए जाते है
जब एक कर्मचारी किसी सरकारी या गैर सरकारी कम्पनी में काम करता है जब वह प्रत्येक महीने की तनख्वाह लेता है तब आपकी तनख्वाह में से कुछ हिसा EPF के रूप में काट लिया जाता है पीएफ कम्पनी के मालिक के द्वारा काटा जाता है
यदि आपको पीएफ का 100% पैसे निकलवाने है तो आपके रिटारमेण्ट ओर उम्र 58 साल
होना अनिवार्य है यदि आप 58 साल कम उम्र में पैसा निकलवाने चाहते है तो 57 साल की
उम्र में 90% पैसे निकाल सकते हो और आप आपातकालीन स्थित में भी कुछ पैसा निकाल
सकते हो
जब EPF का पैसा आपके खाते में डाल दिया जाता है
उस पर हमें 8.50% की दर से सालाना ब्याज मिलता है और हर तिमाही में ब्याज की दर
बदलती रहती है EPF का पैसा बिलकुल टैक्स
फ्री होता है
हम आशा करते है की आपको EPF व EPS ka full form और इसका Hindi meaning समझ में आ गया होगा यदि आपका ईपीएफ क्या होता है? से संबंधित कोई भी सवाल हो या कोई सुझाव देना चाहते है तो हमें कमेंट्स में जरुर बताये और ईपीएफ की जानकारी को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें |
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