Binary Number System in Hindi

बाइनरी नंबर सिस्टम क्या हैं?
हम जो भी कंप्यूटर को इनपुट(Input) देते है, वह कंप्यूटर बाइनरी नंबर सिस्टम (0,1) में समझता है अर्थात हम जो भी शब्द या अक्षर के रूप में कंप्यूटर को इनपुट देते है, कंप्यूटर उसे बाइनरी नंबर सिस्टम यानि 0,1 में कन्वर्ट (Convert) करता है |

हमारे द्वारा दिये गये इनपुट को कंप्यूटर बाइनरी नंबर सिस्टम (द्विआधारी संख्या प्रणाली) में बदलता है, उसके बाद वह डाटा इलेक्ट्रोनिक पल्स (Electronic Pulse) में बदल जाती है और कंप्यूटर के परिपथ (Circuit) में धारा प्रवाहित होती है जहाँ 1 का मतलब “Switch ON” होता है और 0 का मतलब “Switch OFF” होता है | कंप्यूटर की सभी की सभी कार्यप्रणाली इन्हीं दो संकेतो (0,1) पर निर्भर करती है |

कंप्यूटर संख्या प्रणाली क्या है? (What is Computer Number System?)

हम आपस में बातचीत (Conversation) करने के लिए भाषा (Language) का इस्तेमाल करते है ठीक उसी तरह से कंप्यूटर हमारी भाषा को समझ नही सकता वोह केवल द्विआधारी संख्या पद्धति यानि बाइनरी नंबर सिस्टम (0,1) पर काम करता है क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक्स(Electronics) के अनुसार कोई भी सिगनल (Signal) या तोह चालू (ON) हो सकता या तोह बंद (OFF) अवस्था में हो सकता है | कंप्यूटर संख्या प्रणाली कंप्यूटर सिस्टम आर्किटेक्चर (Computer System Architecture) में संख्याओं का प्रतिनिधित्व करने की तकनीक हैं, जिसे हम कंप्यूटर संख्या प्रणाली (नंबर सिस्टम) के नाम से परिभाषित करते है |

नंबर सिस्टम के प्रकार

1. Binary Number System (द्विआधारी संख्या प्रणाली): बाइनरी नंबर सिस्टम में केवल दो अंक ‘0‘ और ‘1‘ होते हैं | इस द्विआधारी संख्या प्रणाली को बेस 2 नंबर सिस्टम (Base 2 Number System) भी कहते है क्योंकि द्विआधारी संख्या प्रणाली का आधार 2 है, क्योंकि इसमें केवल दो अंक हैं |

2. Octal Number System (ऑक्टल संख्या प्रणाली): ऑक्टल संख्या प्रणाली में केवल आठ (8) अंक 0 से 7 होते हैं | प्रत्येक संख्या 0,1,2,3,4,5,6 और 7 के साथ इस नंबर प्रणाली में दर्शाती है इसका Base 8 होता है | ऑक्टल नंबर सिस्टम का आधार 8 है क्योंकि इसमें केवल 8 अंक हैं |

3. Decimal Number System (दशमलव संख्या प्रणाली): दशमलव संख्या प्रणाली में 0 से 9 तक केवल दस (10) अंक होते हैं | प्रत्येक संख्या इस संख्या प्रणाली में 0,1,2,3,4,5,6, 7,8 और 9 के साथ दर्शाती है इसका Base 10 होता है | दशमलव संख्या प्रणाली का आधार 10 है, क्योंकि इसमें केवल 10 अंक हैं

4. Hexadecimal Number System (हेक्साडेसिमल संख्या प्रणाली): हेक्साडेसिमल संख्या प्रणाली में सोलह (16) अल्फ़ान्यूमेरिक मान (Alphanumeric Values) 0 से 9 और A से F होते हैं | प्रत्येक नंबर 0,1,2,3,4,5,6, 7, 9, 9, A,B,C,D,E और F इस संख्या प्रणाली के साथ दर्शाता है इसका Base 16 होता है | हेक्साडेसिमल संख्या प्रणाली का आधार 16 है, क्योंकि इसमें 16 अल्फ़ान्यूमेरिक मान हैं | यहां A 10 है, B 11 है, C 12 है, D 13 है, E 14 है और F 15 है |

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